Tuesday, 17 April 2012

GARBHOPANISHAD - CHAPTER - 1 /3 /A

GARBHOPANISHAD – 1 /3 - A 
गर्भोपनिषद – 1 /3 - A

आज मै गर्भोपनिषद के पहिले चरण के तिसरे अध्याय को शुरुवात कर रहा हूँ. मुझे आशा है की आपको मेरे पहिले दो अध्यायभी ज्ञानवर्धक प्रतित हुए होंगे. मैंने आजतक इस बारे में जोभी लिखा वो ज्ञान मेरा नहीं है. आयुर्वेद के अमृत कुम्भ से प्राप्त कुच्छ अमृत की वह बुँदे थी. और वह बूंदों में से कुच्छ मैंने आपसे बांटी है…..इसमें मेरा कुच्छ नहीं…मै तो केवल संकलन-कर्ता हूँ…जो है वह हमारे ज्ञान-दृष्टी, तप-दृष्टी प्राप्त हुए आचार्योद्वारा प्राप्त ज्ञान है…
अस्तु…..


http://ayurvedaconsultants.com/caseshow.aspx?ivalue=engoogle2895

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