Wednesday, 4 April 2012

AZAB AYURVED KI GAZAB KAHANI !

आदरणीय वैद्यगन.

रविवार ता . ०१/०८/१० के दिन मित्रता दिवस था. मैं भी उसे मनाने के लिए बाइक पर सवार होकर शाम को घुमने निकला. हवा में काफी ठण्ड थी. घुमने में मजा आ रहा था. वैसे आलोचक पित्त का शमन भी हो रहा था. जब घुमने के बाद घर लौटा तो पता चला की गले में दर्द हो रहा है. खारिश जैसा लग रहा है और हलकी सी खांसी आ रही है. थोड़ी देर के बाद ठण्ड बजने लगी. तो पता चल गया की शायद ज्वर आनेवाला है. और हुआ भी वैसे ही.

दुसरे दिन सुबह शुष्क कास, गल शूल, शैत्य पूर्वक ज्वर प्रचिती और शिरो शूल शुरू हुआ. thermometer में देखा तो १०२ डिग्री ! तुरंत मेरी पत्नी ने मुझे tab crocin ५०० mg और tab famotine २० mg की गोली थमा दी. बोली. आप का आयुर्वेदिक आप के क्लिनिक में रखो आप के पेशंट के लिए. मेरी माँ ने भी डांट दिया. जल्दी ठीक हो जा. ये जो दे रही है उसे ले लो. ......


http://ayurvedaconsultants.com/caseshow.aspx?ivalue=engoogle2480

No comments:

Post a Comment