Thursday, 19 July 2012

WITH REFERENCE TO CONCLUDING MARMA CHIKITSA SERIES

आधर्नीय वैध्य गण..,

यही सूचना पर में ने कहने चाहता हूँ की, आने वाली २ या ३ दिन का अवसर पर, बहुवर्ष कालेन प्रस्तुत कर रहा हुआ मर्म चिकित्सा अध्ययन को, समाप्त करने का इच्छा में हूँ ||
की कोई भी निर्विवाद आत्मक मर्म विवेचन हैं में ने उसको आप के साथ समझाया, पर लेकिन मैंने बाकी मर्म विवादास्पाद होने के कारण से उल्लेख नहीं किया हैं ||में ने इस संधर्भ पर, सारे वैध्य गणों (who followed my m/c series) को स्वयं आत्मार्थक अभिनन्दन करता हूँ ||

सोsहं ||

सर्वे जनाः सुखिनो भवन्तु : ||
- वैध्य.. रंगप्रसाद भट्ट, चेन्नई ||......


http://ayurvedaconsultants.com/caseshow.aspx?ivalue=engoogle3684

No comments:

Post a Comment